नई दिल्ली :- 20 सम्मेलन के लिए आए विदेशी मेहमानों को भारतीय संस्कृति और परंपरा से रूबरू करवाने के लिए राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए) में प्रदर्शनी ‘रूट एंड रूट्स’ का आयोजन किया जाएगा। यह प्रदर्शनी कई मायनों में इसलिए भी खास है कि यहां पुरातात्विक महत्व की ‘एए’ ग्रेड की कलाकृतियां पहली बार चारदीवारी से बाहर निकालकर प्रदर्शित की जा रही हैं। प्रदर्शनी की नोडल एजंसी राष्ट्रीय संग्रहालय है। प्रदर्शनी में बारह संग्रहालयों से लाए गए पुरावशेषों को प्रदर्शित किया जा रहा है।
बता दें कि करीब दो सौ से अधिक कलाकृतियों, आभूषणों व सिक्कों के माध्यम से भारत के निरंतर विकासक्रम को दिखाए जाने की कोशिश की गई है। राष्ट्रीय संग्रहालय के करीब 124 पुरावशेषों को प्रदर्शनी में रखा गया है। यहां लगाए कई पुरावशेष ‘मास्टर पीस’ हैं, जिन्हें ‘एए’ ग्रेड की श्रेणी में रखा जाता है इनकी कुल संख्या 66 है। प्रदर्शनी में उत्खनन में प्राप्त पुरावशेषों के साथ ही भारतीय इतिहास की जानकारी देतीं पेंटिंग, ज्वैलरी, सिक्के, पांडुलिपियां, सुसज्जा कला की वस्तुएं भी शामिल हैं।
खासकर मध्य एशियाई संकलन को यहां प्रदर्शित किया जा रहा है। ये पुरावशेष मौर्य काल से आधुनिक काल तक के हैं। इसके जरिए केंद्र सरकार सम्मेलन में भारतीय दर्शन, कलात्मक व सांस्कृतिक इतिहास को बताने की कोशिश कर रही है।साथ ही विदेशी मेहमानों को उनके परिवार के साथ इस प्रदर्शनी को देखने का मौका भी दिया जा रहा है।