नई दिल्ली:- भारत में जी 20 शिखर सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने पर भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन ने कहा- “राष्ट्रपति पुतिन पिछले शिखर सम्मेलन में भी शामिल नहीं हुए थे। यही अपेक्षित था। हम चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की गैर-उपस्थिति से थोड़ा आश्चर्यचकित थे।
लेकिन मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि यह जी 20 प्लस बैठक है…किसी एक राष्ट्रपति की गैर-उपस्थिति का असर इस शिखर सम्मेलन पर नहीं पड़ने देना चाहिए।”
यह एक बेहद सफल और बेहद प्रभावशाली शिखर सम्मेलन है। भारत जैसी अध्यक्षता (G 20 की) पहले कभी नहीं हुई…मुझे लगता है कि इसने G 20 को अगले स्तर पर पहुंचा दिया है। पूरे भारत में 500 बैठकें हुईं… मेरा सम्मान और प्रशंसा भारतीय प्रोटोकॉल, भारतीय शेरपा, टीम, अमिताभ कांत और भारत सरकार के प्रति है।
मुझे लगता है कि उन्होंने शानदार काम किया है। उन्होंने बहुत कठिन समय में यह काम किया है। यह शायद राजनीतिक रूप से सबसे कठिन G 20 सम्मेलन हो रहा है… हम देखेंगे कि सप्ताहांत में क्या होता है। हमें आशा है और पूरा विश्वास है कि भारतीय पक्ष एक ऐसा बयान देगा जिस पर कम से कम अधिकांश G 20 देशों की सहमति होगी।