नई दिल्ली:- राष्ट्रीय राजधानी में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले चीनी प्रतिनिधिमंडल के विरोध में शुक्रवार को कई तिब्बती नागरिक उत्तरी दिल्ली के मजनू का टीला में एकत्र हुए।
पुलिस अधिकारी ने कहा, “प्रदर्शन शांतिपूर्ण था। हमने भीड़ को तितर-बितर कर दिया है।” उन्होंने कहा कि किसी भी विरोध-प्रदर्शन की अनुमति नहीं है।
इस वीकेंड होने वाले दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन से पहले पुलिस ने शुक्रवार को मजनू का टीला इलाके में बैरिकेडिंग की और अर्धसैनिक बलों सहित बड़ी संख्या में जवानों को तैनात किया।
तिब्बती युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गोनपो धुंडुप ने तिब्बत पर चीन के अवैध कब्जे के खिलाफ शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन की योजना की घोषणा की थी। उन्होंने तिब्बत की गंभीर स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और बताया कि जब भी कोई चीनी प्रतिनिधिमंडल किसी स्वतंत्र राष्ट्र का दौरा करता है तो विरोध-प्रदर्शन होता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार से जुड़े एक सीनियर अफसर ने बताया कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चीन और पाकिस्तान के साइबर अटैकर्स पर नजर बनाए हुए हैं। साइबर खतरे की आशंका को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार की सभी एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। एजेंसियों ने इससे निपटने के लिए तकनीकी तौर पर इंफ्रास्ट्रक्चर को और भी बेहतर बनाया है। भारत सरकार आईटी सिस्टम की लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं। इससे जुड़े एक्सपर्ट्स किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। यही जीरो ट्रस्ट पॉलिसी है। पूरी दिल्ली में इस पॉलिसी को लागू किया गया है।